Best Engineering Courses – भारत में 10वीं पास होने के बाद विद्यार्थी अपने भावी करियर के बारे में निर्णय लेना शुरू कर देते हैं कि आगे चलकर उन्हें किस क्षेत्र में अपना करियर बनाना है। कोई इंजीनियरिंग पढ़कर मल्टीनेशनल कंपनी की जॉब पाना चाहता है तो को फार्मेसी में अपना करियर ढूंढता है। किसी को मेडिकल लाइन अच्छा लगता है तो को बायोटेक का कोर्स करने की सोचता है। कुछ कैंडिडेट्स सामान्य प्रतियोगिता की तैयारी करके प्रतियोगिता परीक्षा में अपना भाग्य आजमाकर सरकारी नौकरी का सपना पूरा करना चाहता है।
यहाँ हम बात इंजीनियरिंग कोर्स की करेंगे। दसवीं और बारहवीं पास करने के बाद बहुत से कैंडिडेट्स इंजीनियरिंग कोर्सेज की बात सोंचने लगते हैं। क्योंकि उन्हें यह अच्छा लगता है। सच भी है कि इंजीनियरिंग कोर्स करने के बाद छोटी बड़ी कंपनियों में अनेक अवसर मिलते हैं जिसके द्वारा अपना करियर सँवारा जा सकता है।
Best Engineering Courses: Overview
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Best Engineering Courses: Course List, Duration, Fee, Salary
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि भारत में केवल इंजीनियरिंग के आठ हज़ार से भी ज्यादा कॉलेज हैं जहाँ इंजीनियरिंग के विभिन्न स्ट्रीम की पढाई कुशल शिक्षकों के द्वारा करवाई जाती है और वहां से पास होकर निकलने के बाद कैंडिडेट्स को बड़ी बड़ी कम्पनियाँ अच्छे पैकेज पर भर्ती करती हैं। प्रायः सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों में एड्मिशन एंट्रेंस एग्जाम पास करने के बाद ही मिलता है। कुछ इंजीनियरिंग कॉलेजों में बारहवीं के स्कोर के आधार पर भी प्रवेश दिया जाता है।
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वैसे तो ज्यादातर लोग इंजीनियरिंग कोर्स का मतलब सिर्फ बी टेक की डिग्री ही समझते हैं। वैसे आपको यह जान लेना चाहिए कि बारहवीं पास होने के बाद ही बी टेक कोर्स में एडमिशन मिलता है। जो चार साल की इंजीनियरिंग कोर्स होती है उसे डिग्री कहते हैं और तीन साल की कोर्स को डिप्लोमा कहते हैं। डिग्री कोर्स में एडमिशन के लिए जहाँ बारहवीं पास होने की जरुरत होती हैं वहीं डिप्लोमा कोर्स दसवीं कक्षा पास होने के बाद ही हो जाता है। हाँ, यह बात जरूर है कि उसके लिए भी प्रवेश परीक्षा पास होना जरुरी होता है।
अगर आप दसवीं के बाद ही इंजीनियरिंग कोर्स करने के इच्छुक है तो डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं जो तीन साल का होता है और यदि आप इंजीनियरिंग में चार साल की डिग्री लेना चाहते हैं तो डिग्री कोर्स आपके लिए उत्तम रहेगा।
Engineering Course List : इंजीनियरिंग कोर्स कितने प्रकार के होते हैं ?
इंजीनियरिंग कोर्स अनेक लेवल के होते हैं और उसके लिए अलग अलग निर्धारित शैक्षणिक योग्यता होती हैं। इन कोर्सेज के सिलेबस और अवधि भी अलग अलग होती हैं। आइये जानते हैं कुछ डिटेल्स –
List of Engineering Courses – बीटेक, बीई, एमटेक, पीएचडी, इंटीग्रेटेड बीटेक-एमटेक
Level of Engineering Courses – Diploma / Degree or Graduation / PG or Post Graduation / Doctorate
Engineering Courses Eligibility Criteria
आप अगर इंजीनियरिंग कोर्सेज पसंद करते हैं तो आपको यह जान लेना चाहिए कि अगर आप डिप्लोमा करने की इच्छा रखते हैं तो उसके लिए दसवीं पास होना जरुरी है वहीं इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट लेवल डिग्री के लिए बारहवीं पास होने के साथ ही एंट्रेंस एग्जाम पास होना बहुत जरुरी है। इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रेजुएट लेवल कोर्स के लिए बी टेक पास होने बाद गेट स्कोर होना चाहिए और इंजीनियरिंग में डॉक्ट्रेट लेवल की डिग्री के लिए एम् टेक की डिग्री पास होना अनिवार्य है।
Engineering Course Duration
अब बात आती है कि विभिन्न इंजीनियरिंग कोर्सेज का duration क्या होती है। डिप्लोमा लेवल कोर्स जहाँ तीन साल की होती है वहीं डिग्री कोर्स की अवधि 04 साल की होती है। M.Tech लेवल की डिग्री दो साल की होती है तो Ph.D करने में तीन से छः साल लगेंगे।
Engineering Course Fee –
विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेजों में विभिन्न इंजीनियरिंग कोर्स के लिए अलग अलग फीस निर्धारित होती है। जहाँ सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में कम फीस होती हैं वहीं प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेजों की फ़ीस ज्यादा हो जाती है। सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में जहाँ कोर्स फीस पच्चीस हज़ार से लेकर दस लाख रूपए तक हो सकती हैं वहीं प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेजों की फ़ीस 20-25 लाख रुपये तक भी हो सकती है।
Engineer Salary
एकअच्छे संस्थान से पास होकर निकले हुए इंजीनियरिंग कैंडिडेट्स की सैलरी पैकेज प्रायः लाखों में होती है. आई आई टी से पास आउट कैंडिडेट्स को प्रायः मल्टीनेशनल कम्पनियाँ सेलेक्ट कर लेती हैं और उनकी मिनिमम सैलरी महीने के लाख से दो लाख रुपये तक होती हैं। वही विदेशों में उन्हें करोड़ों रुपये वार्षिक तक का पैकेज भी मिल सकता है।
Conclusion
आज के इस आर्टिकल में हम आप सभी को Best Engineering Courses के बारे में सभी जानकारी को सही सही और विस्तार से बताए है। इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कई रोमांचक और उच्च-वेतन वाली कोर्स उपलब्ध हैं। आपकी रुचि और क्षमताओं के आधार पर, आप इनमें से किसी एक को चुन सकते हैं। याद रखें, इंजीनियरिंग न केवल एक करियर विकल्प है, बल्कि एक ऐसा क्षेत्र है जो समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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